लेखक:
तजेन्दर सिंह लूथरा
सहारनपुर तथा अमृतसर में रहकर पहले बी.काम. तथा फिर सी.ए. की शिक्षा पायी। कविता-कर्म से विद्यार्थी जीवन से ही सम्बद्ध। कविताएँ विभिन्न पत्रिकाओं व समाचारपत्रों, जैसे नई दुनिया, शुक्रवार, अमर उजाला, दैनिक भास्कर, लौ तथा आलोचना में छपती रहीं। पेशे से आई.पी.एस. (IPS) सेवा में नियुक्ति; फिलहाल दिल्ली में कार्यरत। |
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असी घाट का बाँसुरी वालातजेन्दर सिंह लूथरा
मूल्य: $ 9.95
चाहता हूँ/ अकेला हो जाऊँ / कोई आसपास न रहे / ज्यादा देर तक / आए और चला जाए / अपने आप। आगे... |
 
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